गुजरात से कोरोना लेकर उत्तराखंड आए 22 बस यात्री, अब लौट चुके वापस, प्रशासन की बढ़ी सिरदर्दी
उत्तराखंड में धर्मस्थली ऋषिकेश, नीलकंठ और आसपास के क्षेत्र में घूमने आए गुजरात के यात्री अपने साथ कोरोना संक्रमण लेकर आए थे। बस में सवार यात्रियों का कोरोना टेस्ट किया गया तो उनमें से 22 लोग संक्रमित निकले। उनके संक्रमण का पता तब चला, जब सभी लौग वापस लौट गए।
स्वास्थ्य विभाग की टीम तपोवन मुनिकीरेती में बाहर से आने वाले यात्रियों की रेंडम सैंपलिंग कर रही है। बीती 18 मार्च को एक बस को चेक पोस्ट पर रोका गया। उसमें 22 यात्री सवार थे। थर्मल स्क्रीनिंग के दौरान अधिकतर यात्रियों का तापमान बड़ा हुआ था। इन सभी यात्रियों का आरटी पीसीआर सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिया गया था। यात्री यहां से चले गए। सोमवार की शाम इन सभी यात्रियों की रिपोर्ट प्राप्त हुई। रिपोर्ट के मुताबिक सभी यात्री संक्रमित पाए गए हैं।
खास बात यह है कि सैंपल देने के बाद सभी यात्री नीलकंठ महादेव मंदिर गए और उसके बाद मुनिकीरेती के शीशम झाड़ी स्थित एक गुजराती आश्रम में रुके। अब स्वास्थ्य विभाग टीम आश्रम में रहने वालों के सैंपल लेने की तैयारी कर रही है।
इस मामले में सबसे बड़ी परेशानी यह है कि इन यात्रियों के संपर्क में आने वाले व्यक्तियों को कैसे तलाश किया जाए। अब इस आश्रम में रहने वाले करीब 15 व्यक्तियों के सैंपल लिए जाएंगे। फिलहाल उन्हें अभी होम आइसोलेट किया गया है।
लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।