राज्यसभा की 57 सीटों पर 10 जून को मतदान, फायदे के बावजूद बहुमत से दूर रहेगी बीजेपी, आप को मिलेगी बढ़त
राज्यसभा की 57 सीटों पर 10 जून को मतदान होगा। इसमें निश्चित रूप से बीजेपी को फायदा होगा, लेकिन उच्च सदन में पार्टी बहुमत से दूर ही रहेगी।
राज्यसभा की 57 सीटों पर 10 जून को मतदान होगा। इसमें निश्चित रूप से बीजेपी को फायदा होगा, लेकिन उच्च सदन में पार्टी बहुमत से दूर ही रहेगी। राज्यसभा चुनावों का अगला दौर अप्रैल 2024 में होगा और इसमें इसमें एनडीए का बहुमत इस बात पर निर्भर करेगा कि गुजरात, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के चुनावों में पार्टी का प्रदर्शन कैसा रहता है। कांग्रेस की बात करें तो यह उच्च सदन में विपक्षी पार्टी का रुतबा कायम रखेगी और विपक्ष के नेता का पद इसके बाद बना रहेगा। नौ निश्चित और एक संभावित सीट के साथ आम आदमी पार्टी राज्यसभा में बड़ी पार्टी के रूप में उभरेगी। अपने इस प्रदर्शन के साथ आप उच्चसदन की टॉप पांच पार्टियों में शामिल हो जाएगी।गौरतलब है कि भारतीय संसद के उच्च सदन राज्यसभा की जून से अगस्त के बीच रिक्त होने जा रही 57 सीटों के लिए चुनाव 10 जून को करवाया जाएगा। भारत में राष्ट्रपति चुनाव से पहले होने वाले राज्यसभा के ये चुनाव काफी अहम माने जा रहे हैं, क्योंकि केंद्र में सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी (BJP) फिलहाल उच्च सदन में 95 सीटों के साथ अव्वल है। चुनाव के बाद वह फिर 100 का आंकड़ा पार कर सकती है। वैसे, राज्यसभा में मनोनीत सांसदों के सात स्थान भी इस वक्त खाली हैं।
इस चुनाव में उत्तर प्रदेश की सबसे ज़्यादा 11 सीटों पर मतदान होगा। तमिलनाडु और महाराष्ट्र से 6-6, बिहार से 5, कर्नाटक, राजस्थान और आंध्र प्रदेश से 4-4, मध्य प्रदेश और ओडिशा से 3-3, पंजाब, झारखंड, हरियाणा, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना से 2-2 तथा उत्तराखंड से एक सीट पर चुनाव होगा। बिहार से पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव की सीट पर भी चुनाव होना है। माना जा रहा है कि चुनाव के इस चरण के बाद द्रविड़ मुनेत्र कषगम (DMK) और आम आदमी पार्टी (AAP) की ताकत बढ़ेगी।
चुनाव की अधिसूचना 24 मई, 2022 (मंगलवार) को जारी की जाएगी। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 31 मई, 2022 (मंगलवार) होगी। मतदान 10 जून, 2022 (शुक्रवार) को सुबह 9 बजे से सायं 4 बजे तक होगा, और मतगणना भी उसी दिन सायं 5 बजे शुरू होगी। वैसे, जून-अगस्त के तीन माह के दौरान जिन सदस्यों का कार्यकाल खत्म हो रहा है, उनमें केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारामण, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल, अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी भी शामिल हैं। इसलिए इनका फिर से चुनकर आना ज़रूरी होगा। उधर, प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस के भी पी. चिदम्बरम, कपिल सिब्बल, जयराम रमेश और अंबिका सोनी जैसे दिग्गजों का कार्यकाल खत्म हो रहा है। पार्टी उन्हें भी दोबारा सदन में लाने का का हर संभव प्रयास करेगी।





