क्या इटली में तेजी से बढ़ेगी बूढ़ों की संख्या, तीन माह से एक भी बच्चे ने नहीं लिया जन्म
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इस समय दुनिया तेजी से बूढ़ी होती नजर आ रही है। चीन और जापान जैसे देश तो इसका बड़ा उदाहरण बन चुके हैं। अब इटली भी इस लिस्ट में शामिल होने जा रहा है। इसका सबसे बड़ा कारण है वहां बच्चों का पैदा ना होना। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इटली में बीते तीन महीनों से किसी भी बच्चे का जन्म नहीं हुआ है। ये परेशानी इतनी बड़ी है कि वहां की पीएम इसे एक नेशनल इमरजेंसी की तरह देखती हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इटली में जन्मदर काफी कम
इटली की जन्मदर वर्षों से प्रतिस्थापन दर से काफी नीचे रही है। अनिश्चित नौकरियों, कम वेतन और देर से नौकरी की शुरुआत करने वाले अधिक जोड़े बच्चे पैदा न करने का विकल्प चुन रहे हैं। इटली की एक-चौथाई महिलाएँ अपने बच्चे पैदा करने के वर्षों को बिना बच्चों के समाप्त कर लेती हैं। वहीं, अमेरिका में यह दर 14% और फ़्रांस में 10% है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
ये कहती है रिपोर्ट
अंग्रेजी न्यूज़ वेबसाइट मीडियम की एक रिपोर्ट के अनुसार, इटली ने बीते दिनों एक नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया है। हालांकि, ये वर्ल्ड रिकॉर्ड इस देश के तेजी से बूढ़ा होने का बन रहा है। इस रिपोर्ट की मानें तो इटली में पिछले तीन महीनों के भीतर एक भी बच्चे का जन्म नहीं हुआ है। रॉयटर्स लिखता है कि नेशनल स्टैटिक्स ब्यूरो ISTAT के आंकणों के अनुसार, इटली में जनवरी 2023 से जून 2023 तक जितने बच्चों का जन्म हुआ, वो जनवरी 2022 से जून 2022 के बीच जन्में बच्चों की तुलना में 3500 कम हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पीएम ने माना नेशनल इमरजेंसी
इटली का मामला कितना गंभीर है, इसे आप ऐसे समझ सकते हैं कि वहां की पीएम जॉर्जिया मेलोनी इसे नेशनल इमरजेंसी की तरह देखती हैं। पिछले साल अपने चुनावी अभियान में भी उन्होंने इस मुद्दे को बड़े जोर-शोर से उठाया था। रिपोर्ट्स कहती हैं कि पिछले साल हर सात बच्चों के जन्म पर 12 लोगों की मौत रिकॉर्ड की गई थी। सीधी भाषा में इसे ऐसे समझा जा सकता है कि अगर एक दिन में सात बच्चों का जन्म हो रहा था तो उसी दिन 12 लोगों की मौत हो रही थी। इसका मतलब कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो वहां कि आबादी तेजी से कम हो जाएगी।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।