आस्ट्रेलिया में पीएम मोदी की छवि चमकाने की मुहिम को झटका, आज वहां की संसद में दिखाई जाएगी बीबीसी की विवादित डॉक्यूमेंट्री
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भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिन के दौर पर ऑस्ट्रेलिया में मौजूद हैं। जापान में क्वाड नेताओं की बैठक में अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया और भारत के नेता आमने-सामने बैठ चुके हैं। नेताओं के बीच सहमति बन चुकी है। ऐसे में सवाल है कि पीएम मोदी के सिडनी पहुंचने का क्या कारण है। राजनीतिक जानकार तो इसे विदेशों में पीएम मोदी की छवि को और अधिक चमकाने की कोशिश मान रहे हैं, जिसमें खुद पीएम मोदी एक मंझे हुए खिलाड़ी हैं। एक तरफ भारत में अडानी के टीवी चैनल ने सर्वे कर पीएम मोदी की छवि को और अधिक चमकाने की कोशिश की है। वहीं मंगलवार को पीएम मोदी ने भारतीय समुदाय को संबोधित किया। सिडनी के एरिना स्टेडियम में आयोजित इस भव्य कार्यक्रम में 25 हजार से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया। पीएम मोदी ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज के साथ सिडनी के एरिना स्टेडियम पहुंचे। इस बीच ऐसी खबर आई है जो पीएम मोदी के छवि चमकाने वाले प्रचार तंत्र को झटका है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
बीबीसी की विवादित डॉक्यूमेंट्री की आज होगी स्क्रिनिंग
इस बीच खबर आई है कि ऑस्ट्रेलिया की संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जुड़ी बीबपीसी की विवादित डॉक्यूमेंट्री दिखाई जाएगी। पीएम मोदी पर बनी बीबीसी की डॉक्युमेंट्री अभी भी उन्हें और बीजेपी को परेशान कर रही है। ऑस्ट्रेलिया में मंगलवार को जहां पीएम मोदी छाए रहे और वहां के प्रधानमंत्री ने मोदी को बॉस तक कह डाला, लेकिन उसी ऑस्ट्रेलिया में आज बुधवार को बीबीसी डॉक्यूमेंट्री दिखाई जाएगी। यह डॉक्यूमेंट्री ऑस्ट्रेलिया की संसद में दिखाई जाएगी। यह वही डॉक्यूमेंट्री है, जिसका प्रदर्शन भारत में रोकने की कोशिश की गई थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
भारत के द टेलीग्राफ, ब्रिटेन के द इंडीपेंडेंट ने इस संबंध में खबर की पुष्टि करते हुए कहा कि भारत से जुड़े या भारत समर्थक संगठन कैनबरा में बीबीसी डॉक्यूमेंट्री इंडिया: द मोदी क्वेश्चन की स्क्रीनिंग करेंगे। गुजरात दंगों पर बीबीसी वृत्तचित्र की स्क्रीनिंग के लिए ऑस्ट्रेलिया का संसद भवन स्थान होगा। प्रधानमंत्री मोदी बुधवार को अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष के साथ बातचीत करने वाले हैं। उसी शाम, सांसदों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का एक समूह वृत्तचित्र की स्क्रीनिंग करेगा, जो गुजरात में 2002 में मुस्लिम विरोधी हिंसा में मोदी की भूमिका की पड़ताल करता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
भारत में बैन कर दी गई है ये डॉक्यूमेंट्री
इस साल जनवरी में आई BBC की डॉक्यूमेंट्री ‘इंडिया: द मोदी क्वेश्चन’ भारत में रिलीज के बाद से ही बैन है। अब इस डॉक्यूमेंट्री को कैनबरा में मौजूद ऑस्ट्रेलियाई संसद भवन में दिखाया जाएगा। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 मई की शाम को ऑस्ट्रेलिया पहुंचे। ऑस्ट्रेलिया के मीडिया संस्थान SBS न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ऑस्ट्रेलिया में कुछ राजनेताओं और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के समूह ने वहां के संसद भवन में BBC डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग रखी है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
इस संबंध में भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची का भी बयान आया है। उन्होंने कहा है कि एक नकारे जा चुके एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए ये सब योजना बनाई गई। ऑस्ट्रेलियाई संसद में इस डॉक्यूमेंट्री के दिखाए जाने के बाद एक पैनल चर्चा भी होगी। इस कार्यक्रम में जेल में बंद गुजरात पुलिस के पूर्व अधिकारी संजीव भट्ट की बेटी आकाशी भट्ट भी शामिल होंगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
पैनल चर्चा में ये होंगे शामिल
आज प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी अपने ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष के साथ बातचीत करेंगे, वहीं कैनबरा में संसद भवन 2002 के गुजरात दंगों में उनकी भूमिका की पड़ताल करने वाली बीबीसी डॉक्यूमेंट्री की एक विशेष स्क्रीनिंग का गवाह बनेगा। 40 मिनट की डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग के बाद, एक पैनल चर्चा होगी, जिसमें ऑस्ट्रेलियाई ग्रीन्स सीनेटर जॉर्डन स्टील-जॉन, पूर्व आईपीएस अधिकारी संजीव भट्ट की बेटी आकाशी भट्ट और एमनेस्टी इंडिया के पूर्व प्रमुख आकार पटेल शामिल होंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
गुजरात दंगों पर आधारित है ये डॉक्यूमेंट्री
द मोदी क्वेश्चन नाम से BBC की दो एपिसोड वाली इस डॉक्यूमेंट्री का दावा किया गया है कि इसमें एक नई नज़र से दंगों को देखा गया है। डॉक्यूमेंट्री में आरोप है कि 2002 में गुजरात में जो कुछ हुआ, उसमें नरसंहार के सारे लक्षण थे और डॉक्यूमेंट्री में इसका आरोप गुजरात के उस समय के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पर लगाया गया। हवाला दिया गया है ब्रिटिश सरकार की एक खुफिया रिपोर्ट का। इधर, गुजरात दंगों को लेकर सुप्रीम कोर्ट की बनाई स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम ने कहा था कि दंगों के पीछे साजिश के साक्ष्य नहीं मिले हैं, जिसके बाद कोर्ट ने गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को क्लीन चिट दे दी थी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
वृत्तचित्र भारत में बीबीसी द्वारा प्रसारित नहीं किया गया था, भारत सरकार ने विभिन्न सोशल मीडिया चैनलों को लिंक पोस्ट करने वाले कई खातों को हटाने का निर्देश दिया था। लगभग एक महीने बाद, नई दिल्ली और मुंबई में बीबीसी के कार्यालयों पर आईटी अधिकारियों द्वारा छापा मारा गया। उन्होंने आरोप लगाया कि भारत में आय के रूप में कुछ प्रेषणों के गैर-प्रकटीकरण के साथ-साथ उन प्रेषणों पर करों का भुगतान न करने सहित अनियमितताओं का पता चला था। बीबीसी ने उन आरोपों का खंडन किया है।
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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।