दून में कांग्रेस ने निकाली हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा, प्रदेश अध्यक्ष सहित कई दिग्गज हुए शामिल

उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के आह्वान पर देहरादून में आज “हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा” बिंदाल पुल से साधुराम इंटर कॉलेज तक निकाली गई। इस यात्रा में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, पूर्व विधायक हीरा सिंह बिष्ट भी शामिल हुए। रैली के समापन पर जनसभा आयोजित की गई। इसमे प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कार्यकर्ताओं से कहा कि जब से केंद्र और राज्य में भाजपा सरकार आई है, तब से देश में महंगाई अपने चरम पर हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि देश प्रदेश में बेरोजगार युवा परेशान है और भाजपा विभाजन कारी नीति के तहत हिंदू मुसलमान को बांटने का काम कर रही है। भाजपा आज धर्म जाति की निचली राजनीति कर रही है और वही दूसरी ओर राहुल गांधी जी की भारत जोड़ो यात्रा ने देश में 4000 किलोमीटर की यात्रा करते हुए एकता का संदेश दिया है। उसी संदेश को लेकर के देश के सभी राज्यों में हाथ से हाथ जोड़ो यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)

उन्होंने कहा कि प्रदेश में अंकिता भंडारी जैसे हत्याकांड हो रहे हैं और तथाकथित वीआईपी के नाम सरकार मौन है। उत्तराखंड का आमजन सीबीआई जांच की मांग कर रहा है। वहीं, बेरोजगार युवा भी भर्ती घोटाले को लेकर सीबीआई की जांच की मांग सरकार से कर रहा है, लेकिन सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही। इस अवसर पर गोदावरी थापली, वीरेंद्र पोखरियाल, मानवेंद्र सिंह, महानगर अध्यक्ष जसविंदर सिंह गोगी, पछवादून अध्यक्ष लक्ष्मी अग्रवाल, मीडिया प्रभारी पी के अग्रवाल, मदन लाल व अन्य लोग मौजूद रहे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
दिल्ली पुलिस का रवैया केंद्र सरकार की बोखलाहट
दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आवास पर पुलिस के पहुंचने की प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी जी से हजारों लाखों बेरोजगार युवाओं, किसानों और पीड़ित महिलाओं ने अपने दुख दर्द व्यक्त किए और आज उनके द्वारा दिए वक्तव्य पर दिल्ली पुलिस का रवैया सरकार की बौखलाहट साबित करता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
आज राहुल गांधी जी के घर पहुंच कर दिल्ली पुलिस द्वारा नोटिस पर जवाब तलब किया जाना यह दर्शाता है कि मोदी सरकार अपने मित्र अडानी को बचाने के लिए किसी भी हद तक जाकर संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर सकती है। इसकी हम कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। यह लोकतंत्र में जनता की आवाज को दबाने का कुत्सित प्रयास है। देश का एक एक कांग्रेस कार्यकर्ता अपने नेताराहुल गांधी जी के साथ मजबूती से खड़ा है। हम मोदी सरकार के इस प्रकार के दुष्कृत का माकूल जवाब देने के लिए हर स्तर पर सक्षम हैं।