क्या राहुल गांधी से डर गई सरकार, आज भी दोनों सदन की कार्यवाही स्थगित, पीएम मोदी के पुराने वीडियो हो रहे वायरल
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एक बार संसद के दोनों सदनों की कार्रवाई फिर से स्थगित कर दी गई। सत्ता पक्ष कांग्रेस नेता राहुल गांधी से लंदन में दिए गए बयान को लेकर माफी मांगने पर अड़ा है, वहीं विपक्ष अडानी मामले में जेपीसी जांच की मांग को लेकर अड़ा है। राहुल गांधी ने एक दिन पहले कहा था कि मुझे संसद में बोलने नहीं दिया जाएगा, यदि बोलने दिया तो मुझ पर जो भी आरोप लगाए गए हैं, उसका जवाब दूंगा। वहीं, विपक्षी दलों का आरोप है कि अडानी मुद्दे से देश का ध्यान भटकाने के लिए बीजेपी सदन चलने नहीं देना चाहती है। ऐसे में राहुल गांधी के माफी मांगने का मुद्दा उठाकर संसद में हंगामा कर रही है। वैसे राहुल गांधी ने विदेश में जो बयान दिए थे, उससे ज्यादा विवादित बयान को पीएम नरेंद्र मोदी खुद विदेशों में दे चुके हैं। तब भारत का कोई अपमान नहीं हुआ। इन दिनों राहुल गांधी को लेकर बीजेपी जितनी हमलावर है। उतनी ही हमलावर कांग्रेस भी बीजेपी और पीएम मोदी को लेकर है। कांग्रेस की ओर से सोशल मीडिया में पीएम नरेंद्र मोदी के पुराने वीडियो लगातार जारी किए जा रहे हैं। साथ ही कहा जा रहा है कि राहुल गांधी से पहले पीएम मोदी देश से माफी मांगे। क्योंकि वह कई बार भारत का विदेशी धरती पर अपमान कर चुके हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
संसद के दोनों सदनों में हुआ हंगामा
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के लंदन के दिए गए बयान और अन्य विवादों के बीच संसद के दोनों सदनों राज्यसभा और लोकसभा की कार्यवाही को शुक्रवार को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया। अब लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही सोमवार को होगी। लोकसभा में तो कांग्रेस सांसद राहुलजी को बोलने दो के नारे लगाते रहे। वहीं, बीजेपी सांसद भी नारेबाजी करते रहे। इस बीच करीब 18 मिनट लोकसभा के माइक म्यूट रहे। फिर स्पीकर ने कार्यवाही स्थगित कर दी। बीच संसद भवन में गांधी प्रतिमा के सामने विपक्ष के नेता विरोध प्रदर्शन करने बैठ गए। इसमें सोनिया गांधी और राहुल गांधी भी शामिल हैं। संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण अब तक हंगामों से भरा रहा है। केंद्र सरकार राहुल गांधी को लंदन में दिए उनके बयानों के लिए घेर रही है। सत्तापक्ष लगातार राहुल गांधी से माफी की मांग कर रहा है। वहीं, कांग्रेस का कहना है कि राहुल गांधी ने कुछ भी गलत नहीं कहा, इसलिए माफी का सवाल ही नहीं उठता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
विपक्ष के नेताओं ने गांधी प्रतिमा के सामने किया विरोध प्रदर्शन
दिल्ली में विपक्ष के नेताओं ने संसद में गांधी प्रतिमा के सामने अडानी मामले में जेपीसी जांच की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस सांसद और यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे विरोध में शामिल हुए। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
क्या चर्चा से डर रही सरकार
संसद में विपक्ष अडानी मुद्दे पर चर्चा की मांग लगातार उठा रहा है। वहीं, बीजेपी राहुल गांधी के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। राहुल गांधी विदेश में कही गई अपनी बात को लेकर संसद में ही जवाब देना चाहते हैं। ऐसा एक दिन पहले भी उन्होंने कहा था कि मुझ पर चार सांसदों ने आरोप लगाए। इसका जवाब में संसद में ही दूंगा। गुरुवार को संसद की कार्यवाही शुरू हुई तो बीजेपी नेता लगातार कांग्रेस और राहुल गांधी को कोसते रहे। दोपहर दो बजे राहुल गांधी का बोलने का नंबर था, लेकिन तभी लोकसभा का सत्र स्थगित कर दिया गया। आज भी कल के दिन की तरह दोहराव हुआ। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या अडानी को लेकर सरकार चर्चा से डर रही है। या फिर राहुल गांधी के जवाब से। बीजेपी विपक्षी एकता को तोड़ने के लिए राहुल को निशाना बना रही है। ताकि कांग्रेस के खेमे में ज्यादा विपक्षी दल नहीं आएं, क्योंकि आम आदमी पार्टी, टीएमसी, सपा आदि अलग खेमे में बंटी रहे। ऐसे में वे अपनी अलग से खिचड़ी पकाते रहें। ऐसे में अडानी का मुद्दा धीरे धीरे दब जाए। क्योंकि राहुल गांधी बोलेंगे तो वह प्रधानमंत्री के उन बयानों का भी जिक्र कर सकते हैं, जो पीएम ने विदेश की धरती पर भारत को लेकर दिए थे। जैसा कि कांग्रेस कह रही है। साथ ही वह अडानी के मुद्दे पर फिर से हमलावर होंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
लंदन में राहुल गांधी ने कही थी ये बातें
ज्ञात हो कि हाल ही में लंदन में एक कार्यक्रम में राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि भारतीय लोकतंत्र के ढांचे पर ‘बर्बर हमला’ हो रहा है। राहुल ने व्याख्यान में यह आरोप भी लगाया था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को नष्ट कर रहे हैं। हालांकि, एक कार्यक्रम में जब उनके पूछा गया कि क्या वह दूसरे देशों का हस्तक्षेप चाहते हैं तो उन्होंने कहा कि हमारा अंदरुनी मामला है। हम इसका हल निकाल लेंगे। राहुल ने ये भी कहा था कि हमें संसद में बोलने नहीं दिया जाता है। हमारे माइक को बंद कर दिया जाता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं पीएम मोदी के पुराने बयान
अब राहुल गांधी को लेकर बीजेपी जितनी आक्रमक है, उसी आक्रमता से कांग्रेस भी बीजेपी पर पलटवार कर रही है। कांग्रेस ने पीएम नरेंद्र मोदी के उन बयानों के वीडियो को जारी किया, जिसमें पीएम मोदी के सियोल, दोहा, बर्लिन आदि स्थानों पर दिए गए बयान शामिल हैं। कांग्रेस का कहना है कि खुद पीएम मोदी विदेशी धरती पर भारत की बार बार अपमान कर चुके हैं। इसलिए उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए। राहुल गांधी ने जो कहा वो गलत नहीं है। उन्होंने सच्चाई बयां की है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
क्या कहा था पीएम मोदी ने
-क्या ये देश है! क्या ये सरकार है? ये क्या ही लोग हैं? (सियोल, मई 2015)
-मुझे नहीं पता कि हमने अपने पिछले जन्म में ऐसा कौन सा पाप किया था, जो हमें हमें भारत में जन्म मिला है। (सियोल, मई 2015)
-BRICS का ‘I’ (इंडिया) लड़खड़ा रहा है। (सियोल, मई 2015)
-हमारा मिशन है स्किल इंडिया, पहले इंडिया की पहचान थी स्कैम इंडिया। (टोरंटो, अप्रैल 2015)
-भ्रष्टाचार एक दीमक है। इसने भारत को खोखला कर दिया है। (दोहा, जून 2016)
-तीन दशकों की राजनीतिक अस्थिरता एक बटन दबाते ही समाप्त हो गई। (बर्लिन, मई 2022) (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
राहुल गांधी टूलकिट
इससे पहले भाजपा के अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी भारत के खिलाफ काम करने वाले “टूलकिट का स्थायी हिस्सा” बन गए हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता को भारत के आंतरिक मामलों में विदेशी ताकतों से ‘हस्तक्षेप’ की मांग करने के लिए माफी मांगनी होगी। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
क्या राहुल गांधी कभी-कभी सच बोलते हैं
केन्द्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने राहुल गांधी के मुद्दे पर कहा कि राहुल गांधी कभी-कभी सच बोलते हैं। जैसा उन्होंने कल कहा कि अनफॉर्चूनेटली (दुर्भाग्य से) वह सांसद हैं। सही मायनों में वह unfortunate सांसद है, क्योंकि वह सदन का हिस्सा हैं और उसी को बदनाम करने का काम कर रहे हैं। सदन में होंगे तो शायद कुछ कर पाएंगे। उनको यह पता नहीं कि हाउस जो है प्रक्रिया से चलता है, नीतियों से चलता है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
उन्होंने कहा कि मैं रूल्स के बुकलेट भी उनको देने के लिए लेकर आया था, लेकिन सदन में होंगे तो समझेंगे वह पढ़ते ही नहीं हैं। वह संसद में बहुत कम आते हैं। एक के बाद एक दूसरा झूठ बोलना उनकी आदत बन गई है। आप झूठ बोलें और यहां दिखाए कि आप सदन से बड़े हैं देश से बड़े हैं, ऐसा नहीं है। इसके लिए उनको बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए।

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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।