एमपी पहुंची राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा, बोले-बीजेपी का तरीका लोगों के मन में डर फैलाना, फिर डर को हिंसा में बदलना
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उन्होंने कहा कि इस प्यार भरे स्वागत के लिए आप सबको बहुत-बहुत धन्यवाद। महाराष्ट्र से हमारे साथ आए लोग लौट जाएंगे। महाराष्ट्र में इन्होंने यात्रा बहुत अच्छे से आयोजित की। बहुत अच्छा मैसेज महाराष्ट्र और भारत में गया। यह यात्रा कन्याकुमारी में शुरू की थी। विपक्ष के लोगों ने कहा था कि हिंदुस्तान तीन हजार 600 किमी लंबा है। यह पैदल नहीं तय किया जा सकता। अब देखिए हम मध्य प्रदेश आ गए हैं। 370 किमी यहां चलेंगे। यह तिरंगा श्रीनगर तक जाएगा और हम डरने वाले नहीं हैं। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
राहुल ने एक पांच साल के बच्चे रुद्रा को मंच पर बुलाया। उन्होंने कहा कि रुद्रा पांच साल का है। यह डॉक्टर बनना चाहता है। इसने अपना सपना बना लिया है। यह उसके लिए काम करेगा। आज के हिंदुस्तान में रुद्रा का सपना पूरा नहीं हो सकता। मैं ऐसे नहीं बोल रहा। 70 दिन से चल रहा हूं। हर प्रदेश में रुद्रा जैसे युवाओं से मिला। कोई इंजीनियर बनना चाहता है, कोई डॉक्टर तो कोई लॉयर। सारे के सारे स्कूल प्राइवेटाइज हो गए। लाखों रुपये जेब से निकालने होंगे। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
राहुल गांधी ने आगे कहा कि उसके बाद रुद्रा को पता चलेगा कि माता-पिता के खून-पसीने ने उसे शिक्षा दिलाई। वह डॉक्टरी नहीं कर सकेगा और मजदूरी करने लगेगा। बेरोजगारों का हिंदुस्तान हम नहीं चाहते। तीन-चार उद्योगपतियों के हाथ में सारी की सारी इंडस्ट्री है। एयरपोर्ट, टेलीफोन और रेलवे तक उनके हाथ में जा रही है। हमें न्याय चाहिए। गरीबों को न्याय मिलना चाहिए। तीसरी बात महंगाई की है। (खबर जारी, अगले पैरे में देखिए)
महाराष्ट्र में जलगांव जामोद से उनका काफिला सुबह छह बजे रवाना हुआ। जलगांव जामोद के जसौंधी गांव से होते हुए यात्रा मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले के बोदरली गांव में पहुंची। यहां राहुल गांधी के स्वागत के खास इंतजाम किए गए थे। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह समेत तमाम बड़े नेता राहुल के स्वागत के लिए बुरहानपुर में मौजूद रहे।

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भानु बंगवाल
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।