सोनिया गांधी ने ईडी से मांगी कुछ सप्ताह की मोहल्लत, अनुरोध मंजूर, राहुल के धैर्य को देख ईडी अधिकारी हैरान
1 min readनेशनल हेराल्ड केस से संबंधित कथित मनी लांड्रिंग मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रवर्तन निदेशालय से पूछताछ को कुछ सप्ताह टालने का आग्रह किया है। सोनिया ने ईडी को पत्र लिखकर कोविड, फेफड़ों के संक्रमण से पूरी तरह ठीक होने तक अपनी पेशी को कुछ समय के लिए स्थगित करने की मांग की है। ऐसे में सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ कुछ और दिनों के लिए टल गई है। पार्टी की तरफ से जानकारी दी गई है कि कोरोना से जूझ रहीं सोनिया गांधी को डॉक्टरों ने आराम करने की सलाह दी है। इसके कारण वह कुछ सप्ताह तक ईडी से समक्ष पेश नहीं हो पाएंगी। ईडी ने उनका अनुरोध स्वीकार भी कर लिया है।
डॉक्टरों ने दी आराम की सलाह
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट कर यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी को कोविड और फेफड़े में संक्रमण के चलते अस्पताल में भर्ती होने के बाद चिकित्सकों ने अब घर पर आराम की सलाह दी है। ऐसे में कांग्रेस अध्यक्ष ने आज ईडी को पत्र लिखकर कहा कि उनकी पेशी की तिथि को अगले कुछ हफ्तों के लिए बढ़ा दिया जाए जब तक वह पूरी तरह स्वस्थ न हो जाएं। सोनिया को गुरुवार 23 जून के लिए प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष पूछताछ के लिए तलब किया गया था।
राहुल गांधी से की गई है लंबी पूछताछ
कोविड-19 से जुड़ी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के चलते कांग्रेस अध्यक्ष को हाल ही में दिल्ली के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां से उन्हें सोमवार की शाम ही छुट्टी मिली है। कांग्रेस का कहना है कि डॉक्टरों ने उन्हें घर पर आराम करने की सलाह दी है। गौरतलब है कि इस मामले में ईडी, राहुल गांधी से पांच दिन 50 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ कर चुका है। इस दौरान धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत उनके बयान दर्ज किए गए थे।
कांग्रेस ने कार्रवाई को बदले की राजनीति बताया
समझा जाता है कि अब तक की पूछताछ में राहुल गांधी से यंग इंडियन’ की स्थापना, नेशनल हेराल्ड के संचालन और एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) को कांग्रेस द्वारा दिए गए कर्ज तथा मीडिया संस्थान के भीतर धन के हस्तांतरण से जुड़े सवाल पूछे गए गए हैं। यंग इंडियन के प्रवर्तकों और शेयरधारकों में सोनिया गांधी तथा राहुल गांधी सहित कांग्रेस के कुछ अन्य नेता शामिल हैं। कांग्रेस ने ईडी की कार्रवाई को भाजपा नीत केंद्र सरकार की विपक्षी नेताओं के खिलाफ बदले की राजनीति करार दिया है।
मेरे धैर्य को देख ईडी के अधिकारी हैरान
प्रवर्तन निदेशालय के साथ मैराथन पूछताछ सत्र को याद करते हुए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि जांच एजेंसी के अधिकारी उनके धैर्य और सहन शक्ति देख हैरान थे। दिल्ली मुख्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं, सांसदों और विधायकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि तीन ईडी अधिकारियों के साथ 12/12 फीट के कमरे में बैठने के बावजूद उन्होंने कभी भी कार्यालय में अकेलापन महसूस नहीं किया। उन्होंने कहा कि मैं कमरे में अकेला नहीं था। आप सभी कांग्रेस कार्यकर्ता मेरे साथ थे। जो लोग आजादी में विश्वास रखते हैं वो सभी मेरे साथ थे।
अधिकारी थक गए, लेकिन वह नहीं थके
राहुल गांधी ने कहा कि ईडी अधिकारियों ने रात में उनसे पूछा कि 11 घंटे से अधिक समय तक वह बिना थके कुर्सी पर सीधे कैसे बैठे रहे, क्योंकि वे खुद थक गए थे। उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा कि मैंने सोचा कि मैं उन्हें असली कारण न बताऊं। मैंने उनसे कहा कि मैं विपासना करता हूं। आपको इसमें लंबे समय तक बैठना होता है और फिर आपको इसकी आदत हो जाएगी।
इसके बाद राहुल गांधी ने पांच दिनों तक चली प्रक्रिया के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि मैंने सवालों के जवाब दिए। सभी उत्तरों की जाँच की। अपनी कुर्सी को ज्यादा नहीं छोड़ा। राहुल गांधी ने कहा कि आखिरी दिन अधिकारियों ने उनसे पूछा, आपके पास इतना धैर्य कैसे है।
राहुल ने कहा कि-मैंने उनसे कहा कि मैं आपको नहीं बताऊंगा। आप जानते हैं कि सच्चाई क्या है? सच्चाई यह है कि मैं 2004 से कांग्रेस के साथ काम कर रहा हूं और बेशक मेरे पास धैर्य है। यह पार्टी हमें थकने नहीं देती और यह सिखाती है कि हम कैसे धैर्य रखें। सचिन पायलट को देखें (ये एक संकेत है कि वह भी धैर्यपूर्वक अपने हक का इंतजार कर रहे हैं। यही वह तरीका है जिसकी मदद से हम लोगों के लिए लड़ते हैं।