भाषण रोक इधर उधर देखने लगे पीएम मोदी, राहुल गांधी ने ली चुटकी, सोशल मीडिया में छाया टेलीप्रॉम्टर, बीजेपी ने दी सफाई
1 min readसोमवार वर्ल्ड इकॉनॉमिक फोरम (WEF) के दावोस सम्मेलन में पीएम मोदी अपने भाषण के दौरान अचानक हड़बड़ा गए। वह कुछ क्षण तक रुके। उनका वह ईयर फोन उतारने लगते हैं और फिर लगाते हैं। कभी ऊपर की तरफ देखते हैं तो कभी बगल में झांकते हैं। इसको लेकर सोशल मीडिया पर लोग चुटकी लेने लगे। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से लेकर आम सोशल मीडिया यूजर तक इस वीडियो पर अपनी प्रतिक्रिया देने लगे। इसमें कहा गया कि पीएम मोदी अपना खुद का भाषण नहीं देते हैं। वह टेलीप्रॉम्टर को पढ़कर बोलते हैं। टेलीप्रॉम्टर के रुकने से वह भाषण में एक लाइन भी खुद से नहीं बोल पाए।
दरअसल पीएम नरेंद्र मोदी अपनी बात को इस मंच पर रख रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि हम भारतीयों का टेंपरामेंट… हम भारतीयों का टैलेंट..। जिस…। इसी बीच वह कुछ देर के लिए रुक गए और इधर-उधर देखने लगे। उनके कार्यक्रम की यह क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। जिसके बाद ट्विटर पर #टेलीप्रॉम्प्टरपीएम ट्रेंड होने लगा।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर चुटकी लेते हुए लिखा कि इतना झूठ टेलीप्रॉम्प्टर भी नहीं झेल पाया। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने लिखा कि-टेलीप्रॉम्प्टर फेल, भाषण ढेर। सपा नेता आई पी सिंह ने पीएम मोदी के इस वीडियो को शेयर कर लिखा – आज पढ़ने वाली मशीन टेलीप्रॉम्प्टर ने धोखा दे दिया फिर साहब पसीना पसीना हो गए। अगल-बगल झांकने लगे। इसलिए कहा गया है बार-बार नकल मत करो अकल से काम करो। लेकिन साहब है कि मानते नहीं।
इतना झूठ Teleprompter भी नहीं झेल पाया।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 18, 2022
पूर्व आइएएस सूर्य प्रताप सिंह ने कमेंट किया कि टेलीप्रॉम्प्टर बंद हो जाए तो आपने नहीं है और सबसे पहले तो आपको घबराना नहीं है। फिल्ममेकर विनोद कापड़ी ने लिखा – दुखद यह है कि WEF संबोधन में टेलीप्रॉम्प्टर फेल होते ही नरेंद्र मोदी एक शब्द मतलब एक शब्द तक नहीं बोल पाए और उसके बाद की हकलाहट तो और भी तकलीफदेह है। भारत की 140 करोड़ जनता को आज पता चल गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 साल से प्रेस कॉन्फ्रेंस क्यों नहीं कर रहे हैं।
Jab teleprompter fail ho jaaye toh kya hota hai??
Yeh hota hai:
🤣🤣🤣🤣 pic.twitter.com/rxiCrSjbks
— Kapil (@kapsology) January 17, 2022
बीजेपी की ये आई सफाई
इसके बाद भारतीय जनता पार्टी के कई ट्विटर अकाउंट्स से दावोस सम्मेलन के आयोजकों को इसके लिए दोषी ठहराया जा रहा है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मीडिया एडवाइजर शलभ मणि त्रिपाठी ने ट्वीट किया कि तकनीक़ी गड़बड़ी पर उत्साहित होने वालों को क्या यह समझ नहीं आ रहा कि समस्या WEF की तरफ से आई। इसलिए उनसे दोबारा शुरू करने की अपील की गई। इसी वजह से क्लॉस श्वाब ने जिस तरह से कहा कि वो दोबारा एक छोटा परिचय देंगे और सेशन को दोबारा शुरू करेंगे।
Don’t those getting excited at the tech glitch not realise that the problem was at WEF’s end? They were not able to patch PM, so requested him to start again, which is evident in the way Klaus Schwab said that he will again give a short introduction and then open up the session… pic.twitter.com/HblG1w0mfN
— Shalabh Mani Tripathi (@shalabhmani) January 17, 2022
कुछ लोगों ने क्या गलत हुआ यह बताते हुए एक वीडियो पोस्ट किया है। इस वीडियो में बताया गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण बिना अंग्रेजी अनुवाद के शुरू हो गया था और उन्हें समन्वयक द्वारा बीच भाषण में रोका गया। क्लॉस श्वाब ने इसके बाद आधिकारिक सत्र की शुरुआत की घोषणा की और फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंग्रेज़ी अनुवाद के साथ भाषण की फिर से शुरुआत की।
Don’t those getting excited at the tech glitch not realise that the problem was at WEF’s end? They were not able to patch PM, so requested him to start again, which is evident in the way Klaus Schwab said that he will again give a short introduction and then open up the session… pic.twitter.com/hoxctPn75E
— Tajinder Pal Singh Bagga (@TajinderBagga) January 17, 2022
पांच दिन तक चलने वाले “दावोस एजेंडा” ऑनलाइन सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत ने महामारी के दौरान जरूरी दवाओं और वैक्सीन की सप्लाई कर कई जानें बचाईं। उन्होंने वैश्विक नेताओं को यह भी बताया कि यह भारत में निवेश का बेहतरीन समय है. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि भारत को दुनिया में सबसे आकर्षक निवेश का केंद्र बनाने के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत दुनिया के लिए ‘उम्मीदों का गुलदस्ता’ लाया है. इसमें लोकतंत्र के लिए हमारा विश्वास है। इसमें तकनीक है। हमारा मिज़ाज़ भी है और कौशल भी।
यह फेकू हकला गया, इसकी हकीकत पकड़ में आया