ओमिक्रॉन पर लगेगी रोक, मार्च माह तक तैयार हो जाएगी इसके खिलाफ वैक्सीन
1 min readइस समय कोरोनावायरस का हमला पूरी दुनिया भर में तेज हो चुका है। साथ ही कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन भी चिंता बढ़ा रहा है। क्योंकि ये तेजी से फैल रहा है। ऐसे में यदि देश की राजधानी दिल्ली की बात करें तो यहां कोरोना टेस्ट कराने वालों में हर चौथा संक्रमित निकल रहा है। वहीं, उत्तराखंड में हर टेस्ट कराने वाला 16 वां व्यक्ति कोरोना से संक्रमित मिल रहा है। कोरोना के खतरे को देखते हुए कई देशों में वैक्सीन की बूस्टर डोज दी जा रही है। ओमिक्रॉन के संक्रमण को रोकने के मकसद से तैयार की जा रही वैक्सीन को लेकर भी काम चल रहा है। दिग्गज फार्मा कंपनी फाइजर को उम्मीद है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट को टारगेट करने वाली कोविड-19 वैक्सीन मार्च में तैयार हो जाएगी। कंपनी के प्रमुख ने यह जानकारी दी।
फाइजर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अलबर्ट बौर्ला ने सीएनबीसी को बताया कि सरकारों की ओर से भारी मांग के चलते फाइजर पहले से ही वैक्सीन की खुराकों का निर्माण कर रही है। क्योंकि कोविड-19 संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इसमें ऐसे लोगों की संख्या भी काफी है जो वैक्सीनेटेड होने के बावजूद ओमिक्रॉन के शिकार हुए। बौर्ला ने कहा कि यह वैक्सीन मार्च में तैयार हो जाएगी। मुझे नहीं पता कि हमें इसकी आवश्यकता होगी या नहीं. मुझे नहीं पता कि इसका उपयोग कैसे किया जाएगा।
फाइजर के सीईओ ने कहा कि दो वैक्सीन डोज वाली मौजूदा व्यवस्था और एक बूस्टर डोज ने ओमिक्रॉन से होने वाले गंभीर स्वास्थ्य प्रभावों के खिलाफ “उचित” सुरक्षा प्रदान की है। हालांकि, सीधे ओमिक्रॉन वैरिएंट को टारगेट करने वाली वैक्सीन स्ट्रेन के ब्रेकथ्रू इंफेक्शन के खिलाफ भी रक्षा करेगी, जो कि अत्यधिक संक्रामक साबित हुआ है। एक अलग इंटरव्यू में मॉडर्ना के सीईओ स्टीफन बंसेल ने कहा कि कंपनी एक बूस्टर विकसित कर रही है, जो ओमिक्रॉन और अन्य उभरते स्ट्रेन का मुकाबला कर सकती है। उन्होंने कहा कि संभावित बूस्टर के लिए दुनियाभर के स्वास्थ्य क्षेत्र के दिग्गजों से बात कर रहे हैं।