अन्तरराज्यीय तेल और टायर चोर गिरोह का पौड़ी पुलिस ने किया पर्दाफाश, तीन सदस्यों को हरिद्वार से पकड़ा
1 min readपौड़ी जिले के कोटद्वार कोतवाली पुलिस ने अंतरराज्यीय तेल और टायर चोर गिरोह के तीन सदस्यों को पकड़ने में कामयाबी पाई है। इन्हें हरिद्वार से गिरफ्तार किया गया। साथ ही उनसे चोरी किए गए टायर और खाद्य तेल के कनस्तर भी बरामद किए गए। इस गिरफ्तारी को पुलिस बड़ी कामयाबी के रूप में देख रही है। पुलिस के मुताबिक 22 नवंबर को व्रजघाट गढ़ मुक्तेश्वर हापुड उत्तर प्रदेश निवासी जितेंद्र कुमार ने चोरी के संबंध में कोटद्वार कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें कहा गया था कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने उससे किसी दूसरे के नाम से ठगी की है और तेल के कनस्तर ले गया।
बताया जा रहा है कि जितेंद्र कोटद्वार क्षेत्र के तेल के कनस्तर लेकर हापुड़ से चला था। कोटद्वार क्षेत्र में एक वाहन उसके पास रुका और उसमें सवार एक व्यक्ति ने कहा कि मेरी दुकान के कनस्तर भी इसी तु्म्हारे वाहन में लदे हैं। उसने अपना नाम विनोद बताया। इस पर जितेंद्र ने रास्ते में ही उसके वाहन पर कनस्तर लदवा दिए। जब कोटद्वार पहुंचे तो पता चला कि कोई दूसरे व्यक्ति का नाम लेकर तेल के कनस्तर ले गया है।
इसी तरह बदरीनाथ रोड श्रीनगर गढ़वाल स्थित गणपति टायर्स के समर्थन मनादुली ने भी एमआरएफ कंपनी के तीन टायर ठगी कर ले जाने की शिकायत दर्ज कराई थी। श्रीनगर और कोटद्वार में एक जैसी घटनाएं होने पर दोनों थानों की संयुक्त सीआइयू टीम बनाई गई। इस टीम ने मुख्य आरोपी रूपेश और उसके दो साथियों को हरिद्वार से गिरफ्तार कर लिया। साथ ही उनसे ठगी का सामान भी बरामद किया। पौड़ी की एसएसपी पी रेणुका देवी ने इस मामले का खुलासा करने पर पुलिस टीम को ढाई हजार रुपये के ईमान की घोषणा की।
गिरफ्तार किए गए आरोपी
-रूपेश सिंह पुत्र कश्मीर सिंह निवासी ग्राम नागनाथ पोखरी, थाना चमोली, जनपद चमोली।
-सोहन सिंह उर्फ सोनू पुत्र स्व रूपसिंह निवासी ग्राम- गैन्डीखाता, थाना श्यामपुर, जिला हरिद्वार।
-मुकेश राजपूत पुत्र सुरेश चन्द्र राजपूत निवासी रामपुर खैरा बनवारी रेलवे कॉलोनी, नजीबाबाद बिजनौर, उत्तर प्रदेश हाल पता मोतीचूर होटल ऐजेन्डा के पीछे किराये के मकान पर हरिद्वार।
ये है अपराध का तरीका
पुलिस के मुताबिक पहले रूपेश मोटर साईकिल चुराकर उन्हे सस्ते दामों में बेचकर रुपये कमाता था। इसके पश्चात इसने गिरोह बनाकर धोखाधड़ी से रुपये कमाने का काम शुरू किया। यह गिरोह अलग-अलग मोबाइल नंबर से फर्जी व्यक्ति बनकर लोगो को फोन करके अपने जाल में फंसाते थे। पहले आर्डर करके माल मंगवाते थे। फिर रास्ते में उनसे सामान ठग लेते थे। उसके पश्चात वह सिम कार्ड तोड़कर फैंक देते थे। एक दूसरे से फिर कुछ समय तक के लिए सम्पर्क बन्द कर देते थे। ठगी का माल दूर स्थानों में बेच देते थे। गिरोह के प्रत्येक सदस्यों का काम अलग-अलग होता था। पहला व्यक्तिं फोन करता था। दूसरा व्यक्ति सामान लेने जाता था और तीसरा व्यक्ति सामान बेचता था। जिससे कि ये लोग पकडे ना जा सकें।
बरामद माल
-29 टिन राहुल ब्रॉड कच्ची घानी तेल टिन अनुमानित कीमत लगभग 46,400 रुपये।
-बेचे हुये सामान से बरामद धनराशि 92,000 रुपये
-03 टायर एमआरएफ कम्पनी अनुमानित कीमत लगभग 15,000 रुपये।
-दोनो अभियोगों में प्रयुक्त की गयी 01 टीगोर कार।
आपराधिक इतिहास
-अभियुक्त रूपेश नेगी के विरूद्ध कोतवाली ऋषिकेश में चोरी व धोखाधडी के 13 अभियोग पंजीकृत हैं।