असम के पूर्व सीएम तरुण गोगोई का निधन, अगस्त में कोरोना होने से बिगड़ी थी हालत
1 min readअसम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई का सोमवार शाम निधन हो गया। उनकी उम्र 84 साल और 8 महीने की हो चुकी थी। वह अस्पताल में भर्ती थे। उन्होंने गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में सोमवार शाम अंतिम सांस ली। उनकी स्थिति पहले से ही नाजुक चल रही थी। यही वजह है कि राज्य के सीएम अपना डिब्रूगढ़ दौरा बीच में ही छोड़ गुवाहाटी वापस लौट आए थे। जानकारी के मुताबिक राज्य के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल जीएमसीएच पहुंचे और तरुण गोगोई के पार्थिव शरीर पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस बात की जानकारी सोनोवाल ने खुद ट्वीट कर दी है। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा कि जीएमसीएच में हजारों लोगों के साथ पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के नश्वर शरीर को अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित की।
तीन बार रहे मुख्यमंत्री
तरुण गोगोई तीन बार असम के मुख्यमंत्री रहे। गोगोई इंदिरा गांधी के समय 1971 में पहली बार लोकसभा सांसद बने थे। राजीव गांधी के समय वे 1985 से 1990 तक कांग्रेस के महासचिव रहे। पीवी नरसिंहराव के समय वे 1991 से 1996 तक खाद्य और खाद्य प्रसंसकरण मंत्रालय में राज्यमंत्री रहे। प्रधानमंत्री मोदी ने उनके निधन पर शोक जताया।
शरीर में टॉक्सिन जमा हो गया था
तरुण गोगोई का रविवार को 6 घंटे तक डायलिसिस किया गया था, लेकिन शरीर में फिर से टॉक्सिन जमा हो गए। इसके बाद उनका शरीर इस स्थिति में नहीं था कि दोबारा डायलिसिस किया जा सके। अगस्त में कोरोना होने पर वह 2 महीने अस्पताल में रहे।
दोबारा किया गया था अस्पताल में भर्ती
तरुण गोगोई 2 नवंबर से अस्पताल में भर्ती थे। शनिवार को हालत बिगड़ने पर वेंटिलेटर पर शिफ्ट करना पड़ा। 25 अगस्त को उन्हें कोरोना संक्रमण का पता चलने पर अगले दिन गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया गया था। कोरोना के चलते दूसरे कॉम्पलिकेशन होने की वजह से उन्हें 2 महीने अस्पताल में रखने के बाद 25 अक्टूबर को छुट्टी दी गई थी।
सबसे लंबे समय तक असम के सीएम रहे
गोगोई का जन्म 11 अक्टूबर 1934 को हुआ था। वे 2001 से 2016 तक असम के मुख्यमंत्री रहे। गोगोई ने कांग्रेस को लगातार तीन विधानसभा चुनावों में जीत दिलाई। सबसे लंबे समय तक असम का मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड भी उनके नाम है।
छह बार लोकसभा के लिए चुने गए
गोगोई कुल 6 बार लोकसभा के लिए चुने गए। वे 1971 से 1985 तक तीन बार जोरहट से सांसद रहे। उसके बाद 1991-96 और 1998-2002 के दौरान कालीबोर के सांसद रहे। अभी इस सीट से उनके बेटे गौरव गोगोई सांसद हैं।
बहुत ही दुखद बात
ओम् शान्ति, ओम् शान्ति, ओम् शान्ति
भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे.