हाथियों ने मचाई लूट, बिस्कुट और मैगी की उड़ाई दावत, दहशत में ग्रामीण, पढ़िए खबर
1 min readउत्तराखंड के नैनीताल जिले में कार्बेट नेशनल पार्क से सटे ढिकुली गांव में जंगली हाथियों ने धावा बोलकर जमकर दावत की। यहां तीन दुकानों का जितना सामान लूट कर अपने पेट में समा सकते थे, समाया। फिर सारा सामान तहस नहस कर दिया। इस दौरान वाहनों की लाइट के साथ ही हॉर्न की आवााज भी उन्हें विचलित नहीं कर सकी। जब हाथियों ने जमकर दावत उड़ा ली तो भी वे चैन से नहीं रहे। इसके बाद हाथियों ने दुकानों का सामान तहस नहस कर दिया। फिर जंगल की ओर चले गए।
जहां हाथियों ने उत्पात मचाया, वह क्षेत्र कार्बेट टाइगर रिजर्व की सीमा से लगे रामनगर वन प्रभाग के अंर्तगत आता है। हाथियों ने दुकानों के शटर व दीवारों को तोड़ डाला। फिर दुकानों में रखा सामान बिस्कुट, मैगी से भरे डिब्बे फाड़ कर खा लिए। इसके अलावा दुकाने में रखे अन्य सामान को भी नुकसान पहुंचाया। हाथी दुकानो में काफी देर तक उत्पात मचाते रहे। बाद में हाथी कॉर्बेट पार्क के जगलो में चले गए। घटना कल रात की है।
सुबह क्षेत्रवासी रहमत अली घूमने निकले तो उन्होंने अपनी दुकान व हरीश छिमवाल, सन्तोष पांडे की दुकानों की खस्ताहाल हालत देखी। उन्होंने वन विभाग को सूचना दी। सूचना मिलने के एक घंटे के बाद वनकर्मी मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों का कहना है दो दिन से चार हाथियों का एक झुंड क्षेत्र में देखा जा रहा था।
ग्रामीणों ने रोष जताते हुए कहा कि वन विभाग को हाथियो की आवाजाही सूचना पहले से ही थी, मगर विभाग ने हाथियो को भगाने की कोई कार्रवाई नहीं की। ग्रामीणों का कहना है कि इस मार्ग पर आए दिन हाथी उत्पात मचाते रहते हैं।
इस घटना से क्षेत्र के लोगों में दहशत के साथ ही वन विभाग के प्रति रोष भी है। समाजिक कार्यकर्ता अजय छिम्वाल ने वन विभाग से मांग की है कि हाइवे पर रात्रि को गश्त लगाकर गाँव मे आने पर हाथियों खदेड़ा जाए। साथ ही जिन दुकानदारों की दुकानों को क्षति पहुचाई गयी है, उनको क्षतिपूर्ति दी जाए। उन्होंने कहा कि यदि वह विभाग इस दिशा से उदासीन रहा तो हाथी भविष्य में कभी भी लोगो की जान ओर माल को क्षति पहुंचा सकते है।