उत्साह से मना दिवाली पर्व, सीएम ने जवानों संग मनाई दिवाली, समय से पहले शुरू हुई आतिशबाजी, शहीदों के नाम जलाए दिये, खेला भेलो
1 min readसमूचे उत्तराखंड में दीपावली का पर्व उत्साहपूर्वक मनाया गया। लोगों ने धन एश्वर्य की देवी माता लक्ष्मी, गणेश की पूजा की। साथ ही घरों में रोशनी से सजाया गया। दिन भर बाजारों में लोगों की चहल पहल रही। वहीं, प्रदेश के कई हिस्सों में रात को आठ से दस बजे तक आतिशबाजी के निर्धारित समय को भी लोगों ने नजरअंदाज कर दिया। यूं तो दिन भर से आतिशबाजी की आवाज आती रही, लेकिन शाम छह बजते ही आसमान गड़गड़ाहट से गूंजने लगा।

वहीं, आज सुबह उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सीमांत जनपद उत्तरकाशी में भारत चीन सीमा पर आइटीबीपी और सेना के जवानों के बीच पहुंचकर दीपावली का त्योहार मनाया। इस मौके पर उन्होंने जवानों को अपने हाथ से मिठाई खिलाई और उनका उत्साहवर्धन किया।

रंगोली भी सजाई गई
लोगों ने पूजा अर्चना के साथ ही घरों के आंगन पर रंगोली भी सजाई। दीपावली के दिन रंगोली सजाने का भी विशेष महत्व है। इस दिन रंगोली सजाने के बाद उसमें दिए और मोमबत्ती लगाते हैं। जो दिखने में भी आकर्षक लगती है। लोकसाक्ष्य को नोएडा से पाठक की ओर से रंगोली फोटो भेजी गई। इसे हम यहां शेयर कर रहे हैं।
देखें वीडियोः उत्तरकाशी के भटवाड़ी में भेलो नृत्य
उत्तरकाशी जनपद के भटवाड़ी ब्लॉक के किसनपुर गांव में ग्रामीणों ने भेलो नृत्य कर दीपावली मनाई। इस तरह की दीपावली मनाने के लिए ग्रामीण दीपावली से पूर्व जंगल से चीड़ की लकड़ी को एकत्र करते हैं। दीपावली के दिन इनको गठरी बनाकर रस्सी से बांधा जाता है। फिर घुमाया जाता है और नृत्य किया जाता है। इसे भेला भेला कहा जाता है।
फूलों से सजाए गए चारों धाम
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा अंतिम चरण में है। कल गंगोत्री के कपाट बंद हो जाएंगे। इसके बाद भैया दूज के दिन 16 नवंबर को केदारनाथ और यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होने हैं। बदरीनाथ धाम के कपाट 19 नवंबर को बंद होने हैं। दीपावली के मौके और कपाट बंद करने की तैयारी को लेकर इन धामों के मंदिरों को फूलों के सजाया गया है। आज लक्ष्मीजी की विशेष पूजा भी की गई।
जवानों संग सीएम ने मनाई दीपावली
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत दीपावली मनाने के लिए शनिवार सुबह सवा नौ बजे हर्षिल के हैलीपैड पर पहुंचे। इसके बाद यहां से सात किलोमीटर दूर कोपांग अग्रिम चौकी पर पहुंचे। यहां 35वीं वाहिनी भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आइटीबीपी) के हिमवीरों ने गर्मजोशी से सीएम का स्वागत किया। इस दौरान सीएम ने अग्रिम चौकी के परिसर में हिमवीरों को संबोधित किया। चीन सीमा से जुड़े महत्वपूर्ण पहलुओं पर आइटीबीपी के अधिकारियों से जानकारी ली।
कोपांग के बाद मुख्यमंत्री हर्षिल में सेना की सिख रेजीमेंट और 9 और 21 बिहार रेजीमेंट के जवानों के बीच पहुंचे। मुख्यमंत्री ने जवानों को बधाई देते हुए कहा कि सुदूर बर्फीली चोटियों पर सेना के जवान मुस्तैदी के साथ देश की रक्षा में तैनात रहे हैं, जिसके कारण देशवासी सुख शांति से दीपावली का त्योहार मना रहे हैं। दीवाली रोशनी का त्योहार है। यह अच्छाई की रोशनी फैलाता है और डर को दूर भगाता है। सभी जवान अपनी प्रतिबद्धता और अनुशासन के जरिये आमजन के मन में सुरक्षा और निडरता की भावना दे रहे हैं।

एक शाम शहीदों के नाम
ऐसा नहीं है कि हर व्यक्ति आतिशबाजी के पक्ष में रहा हो। इस बार कई ऐसे लोग भी हैं, जो दीपावली के दिन दीपक जलाने तक की सीमिति रहे। कई लोगों ने तो गली, मोहल्लों व शहरों के मुख्य चौक पर शहीदों के नाम पर दीपक या मोमबत्तियां जलाई। देहरादून के डोईवाला चौक पर आदर्श औद्योगिक स्वायत्तता सहकारिता समिति के तत्वाधान में दीपावली पर्व के मौके पर एक दीपक शहीदों के नाम कार्यक्रम का आयोजन कर देश की सीमाओं की रक्षा करते हुए शहीद सैनिकों की शहादत को याद किया गया। इस दौरान उपस्थित स्थानीय दुकानदारों जनप्रतिनिधियों ने शहीदों को याद कर उन्हें श्रद्धासुमन भी अर्पित किए।