नोटबंदी के चार साल होने पर कांग्रेस ने बोला केंद्र पर हमला, ना काला धन आया, अर्थव्यवस्था हुई तबाह
1 min readनोटबंदी के चार साल पूरे होने पर उत्तराखंड कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर जोरदार हमला बोला। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि काला धन तो नहीं आया, लेकिन पीएम ने नोटबंदी करके देश की अर्थ व्यवस्था को तबाह करके रख दिया है।
कांग्रेस भवन में पत्रकारों से बातचीत में प्रीतम सिंह ने कहा कि आठ नवंबर 16 की रात आठ बजे पीएम ने घोषणा करके पांच सौ और हजार रुपये के नोट रात 12 के बाद समाप्त कर दिए थे। कांग्रेस ने नोटबंदी दिवस को विश्वासघात दिवस के रूप में मनाने का काम किया।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने नोटबंदी के दौरान कहा था कि देश के अंदर काला धन समाप्त करने के लिए ये मुहीम चलाई गई। इसके बाद जो आंकडे आए सामने आए। उससे स्पष्ट है कि जो मुद्रा बाजार में थी। उसका 99 प्रतिशत बैंकों में जमा हुआ। कालाधान समाप्त होने की बात जो कही गई, वह खोखली साबित हुई। उन्होंने कहा कि हम चार साल में ये कह सकते हैं कि देश के पीएम ने नोटबंदी करके देश की अर्थव्यवस्था को तबाह करने का काम किया।
उन्होंने कहा कि नोटबन्दी का निर्णय विनाशकारी था। इससे चार सालों में भी देश की अर्थव्यवस्था नहीं उभर पाई। देश के करोड़ों नौजवान बेरोजगार हो गए। न काला धन आया न नक्सल समस्या समाप्त हुई और ना ही आतंकवाद खत्म हुआ। डिजिटल ट्रांजैक्शन के दावे भी हवा हवाई साबित हुए हैं।
उन्होंने कहा कि अब प्रधानमंत्री यह बताएं कि 50 दिन में सब कुछ सामान्य होने का दावा उन्होंने किया था। इसके बावजूद चार साल हो गए। जो अर्थव्यवस्था गड़बड़ाई वो अभी तक पटरी पर नहीं आ पाई है।
कांग्रेस ही बनाएगी गैरसैंण को स्थायी राजधानी
इस मौके पर कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि गैरसैंण के बारे में कांग्रेस का साफ नजरिया है। राज्य बनने से लेकर जो भी काम हुआ वर्ष 2012 में हुए, जब कांग्रेस की सरकार थी। गैरसैंण में विधानसभा सत्र चलाने की शुरूआत कांग्रेस ने की। तब तंबू में सरकार चली। विधानसभा भवन के निर्माण का काम शुरू कराया। गैरसैंण में जितना कार्य हुआ सब कांग्रेस ने किया। भाजपा ने चार साल में क्या किया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस जहां छोड़कर गई थी, वही स्थिति आज है। उत्तराखंड के सीएम बताएं कि उन्होंने गैरसैंण में एक ईंट भी लगाई हो। गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी नाम दिया। हम पूछना चाहते हैं कि वहां से ग्रीष्मकाल में कितने दिन कामकाज चलाया। कितने दिन सीएम, मुख्य सचिव गैरसैंण बैठे। कितने दिन वहां बैठककर निर्णय हुए। सिर्फ पंद्रह अगस्त, नौ नवंबर को गैरसैंण में झंडा फहराने से राजधानी नहीं बनती। राजधानी का शुभारंभ कांग्रेस ने किया। कांग्रेस सत्ता में आएगी तो पूर्णकालिक राजधानी बनाएंगे।