Loksaakshya Social

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

Social menu is not set. You need to create menu and assign it to Social Menu on Menu Settings.

June 2, 2023

मुट्ठी में बंद सिक्के से भभूत पैदा करने का कमाल, जानिए विधि

1 min read

मुट्ठी में बंद सिक्के से यदि भभूत बनने लगे तो इसे आप चमत्कार का नाम दोगे। ऐसा विज्ञान के प्रयोग से किया जा सकता है। इसके लिए हमें जरूरी सामान की जरूरत पड़ेगी। तब हम ऐसा चमत्कार करके सभी को अचरज में डाल देंगे। जो जादू नहीं है, बल्कि विज्ञान के सिद्धांत पर आधारित है। हम यहां आपको ऐसा करने की विधि बताते हैं।
आवश्यक सामग्री व विधि
इसके लिए हमें मरक्यूरिक क्लोराइड और एल्यूमिनियम के एक सिक्के की जरूरत पडे़गी। सबसे पहले हम अंगुली में मरक्यूरिक क्लोराइड का थोड़ा का पाउडर ले लेते हैं। फिर एल्यूमिनियम के सिक्के पर उसे रगड़ देते हैं। अब इस सिक्के को किसी व्यक्ति की मुट्ठी में बंद करा देते हैं।


इस दौरान हम मंत्रोच्चार करने लगते हैं। थोड़ी देर बाद मुट्ठी खुलवाते हैं तो देखते हैं कि सिक्के में भभूति जैसी राख जमी है। साथ ही राख निरंतर बन रही है। सिक्के की गर्मी से हथेली भी गरम हो जाती है। हम कह सकते हैं कि हमारे मंत्रोच्चार की शक्ति से भभूति और गर्मी उत्पन्न हुई।
ये है वैज्ञानिक तथ्य
मरक्यूरिक क्लोराइड सिक्के पर प्रभाव डालता है। इससे सिक्का गर्म होकर हथेली को भी गर्म कर देता है। मुट्ठी खोलने पर एल्यूमिनियम के सिक्के से छूटने वाला रंग भभूति जैसा होने का आभास कराता है। ऐसे में लगता है कि सिक्के से भभूति उत्पन्न हुई। इस प्रक्रिया के दौरान एल्यूमिनियम और मरक्यूरिक क्लोराइड की प्रतिक्रिया से एल्यूमिनियम आक्साइड नामक पदार्थ बनता है। यह पदार्थ भभूति के रंग व रूप को प्रस्तुत करता है।


ये बरतें सावधानियां
मरक्यूरिक क्लोराइड एक विषैला पदार्थ है। अतः इसका प्रयोग सावधानी से करना चाहिए। प्रयोग के बाद साबुन से अच्छी प्रकार से हाथ साफ कर लेना चाहिए। प्रयोग में एल्युमिनियम का सिक्का ही उपयोग में लाना चाहिए।

Website | + posts

लोकसाक्ष्य पोर्टल पाठकों के सहयोग से चलाया जा रहा है। इसमें लेख, रचनाएं आमंत्रित हैं। शर्त है कि आपकी भेजी सामग्री पहले किसी सोशल मीडिया में न लगी हो। आप विज्ञापन व अन्य आर्थिक सहयोग भी कर सकते हैं।
वाट्सएप नंबर-9412055165
मेल आईडी-bhanubangwal@gmail.com
भानु बंगवाल, देहरादून, उत्तराखंड।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page